कैलाश पर्वत दुनिया का सबसे रहस्यमयी पर्वत है जो तिब्बत में बसा हुआ है. कैलाश पर्वत हिंदू और बोद्ध का धार्मिक स्थान है. कहा जाता है कि इस पर्वत पर शिव का वास हुआ करता था. आज तक कोई भी इस पर्वत पर चढ़ नही पाया है. आइए जाने कैलाश पर्वत के कुछ रहस्य - कैलाश पर्वत
कैलाश पर्वत का रहस्य कैलाश पर्वत चार नदियों से घिरा हुआ है - ब्रह्मपुत्र, सिन्धु, सतलुज और कर्णाली. इस पर्वत के आसपास दो झील है - मानसरोवर झील और राक्षस झील. राक्षस झील का पानी खारा है और इसका आकार चाँद के जैसा है. मानसरोवर झील का जल शुद्ध है और इसका आकार सूरज के समान है. कैलाश पर्वत के आसपास काफ़ी शक्तियाँ है. रूस के वैज्ञानिक ने बताया है कि एक्सिस मुंडी वह स्थान है जहाँ आलोकिक शक्तियाँ प्रवाह होती है और आप उन शक्तियों से संपर्क कर सकते हैं. कैलाश पर्वत
इस पर्वत की उँचाई 6714 मीटर है. कैलाश पर्वत की आकृति विराट शिवलिंग की तरह है. जिसपर पूरे साल बर्फ की सफ़ेद चादर बिछी रहती है. शिव के धाम कैलाश के रहस्य
ओम की ध्वनि कैलाश पर्वत कैलाश पर्वत को शिव जी का स्थायी स्थान माना गया है इसी कारण इसे 12 ज्येतिर्लिंगों में सर्वश्रेष्ठ कहा जाता है. कैलाश पर्वत उतना ही पुराना है जितनी पुरानी हमारी सृष्टि है. इस स्थान पर ध्वनि तरंगों और प्रकाश तरंगों का मिलन होता है और ओम की ध्वनि उत्पन्न होती है.
मृदुंग की आवाज़ गर्मी के मौसम में जब पर्वत से बर्फ पिघलना शुरू होती है तो एक प्रकार की आवाज़ सुनाई देती है. वहाँ आए श्रधालुओं का मानना है कि यह मृदुंग की आवाज़ है. कहा जाता है कि कैलाश पर्वत स्वर्ग है जहाँ शिव का वास है और इसके नीचे मृत्युलोक है. कैलाश पर्वत